सपने 7 अक्टूबर के
07 अक्टूबर 2024 की सुबह 7 बजे मेरी आँख खुली और मैंने खुद को एक सपने में युद्ध जीतते पाया। ठीक ऐसा ही असल ज़िन्दगी में भी होता है—चाहे मुश्किलें कितनी भी आएं, मैं उन्हें नहीं मानता और हर चुनौती का डटकर सामना करता हूँ। सपने में मैं एक कठिन परिस्थिति में फंस गया था, क्योंकि मेरा फ़ोन कहीं खो गया था। अचानक से, मैं खुद को एक विशाल भव्य मंदिर के अंदर पाया। इस मंदिर की खास बात यह थी कि ऐसा लगता था मानो उसके अंदर पूरा एक संसार समाया हुआ था।
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए एक गहरी खाई में उतरना पड़ता था। सबसे निचले हिस्से में ही भगवान के दर्शन होते थे और वहाँ तक पहुँचने के लिए लम्बी सुरंगों से होकर गुजरना पड़ता था। निचले तल पर पहुँचने के बाद, स्नान करना होता था, और इसके बाद एक अद्भुत शक्ति के दर्शन होते थे, जो इस दुनिया पर राज करने के लिए बनी थी। मैंने स्नान किया और उस दिव्य शक्ति के दर्शन किए। तभी अचानक से पानी का स्तर बढ़ने लगा।
इस मंदिर में अक्सर ऐसा होता था—यह उसकी विशेषता थी। जो पानी के स्तर के साथ ऊपर सुरंग से बाहर निकल आता था, वह उस मंदिर के संसार का विजेता योद्धा बन जाता था। जब भी पानी का स्तर बढ़ता, वहां हाहाकार मच जाता। उस जल स्तर से बाहर निकलना सच में अद्भुत था, क्योंकि इसका मतलब था कि प्रकृति ने आपको इस संसार का विजेता घोषित कर दिया है। उस असीम शक्ति को पकड़कर मैं पानी के साथ ऊपर आ गया। वह शक्ति तो मिल जाती थी, लेकिन उस शक्ति को लेने वाले को पता नहीं चलता था।
बाहर आकर मैंने देखा कि वहाँ बहुत भीड़ थी। मैंने अपनी पत्नी और बच्चों को ढूंढने के लिए अपना फ़ोन ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला। मैंने किसी और का फ़ोन लेकर कॉल किया। संयोग से जिस जगह पर मैं सपने में पहुँचा था, वहाँ एक दैत्य का राज था। वह दैत्य छोटी, नुकीली हथियारें हवा में फेंकता था, और जिसपर भी उसका प्रहार होता, उसकी तुरंत मृत्यु हो जाती थी। तभी मुझे एहसास हुआ कि जिससे मैंने मदद ली थी, उसे और मुझे उस दैत्य ने देख लिया है। मदद करने वाले ने अपने फोन को एक मशीन में डालकर तोड़ दिया ताकि दैत्य को यह पता न चल सके कि मैंने किसे कॉल किया था।
उस समय मुझे अपने बचपन के कुछ दोस्त भी नजर आए, लेकिन दैत्य की नज़र हम दोनों पर पड़ गई थी। दैत्य ने दो नुकीले हथियार हमारी तरफ फेंके। वह हथियार तो बहुत छोटे थे, जैसे काटे की तरह, लेकिन उसके चुभते ही उस मददगार की मृत्यु हो गई। हालांकि, वह मेरे हाथ की उंगली में भी चुभ गया था, पर मैं सही-सलामत था। मैंने उस नुकीले हथियार को अपनी उंगली से बाहर निकाला और उस विशाल मंदिर के साधुओं से मदद मांगी। मैंने उन्हें पूरी कहानी सुनाई कि किस तरह दैत्य ने मुझ पर हमला किया है, परंतु उस शक्ति से निपटने की क्षमता शायद किसी साधु में नहीं थी।
तभी मैं एक साध्वी के पास गया, उन्होंने भी कहा कि उस शक्ति का सामना करने की क्षमता उनमें नहीं है। लेकिन उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया और मेरे कानों में कुछ कहा, जिससे मुझे महसूस हुआ कि मेरे अंदर एक परम शक्ति है और मैं ही उस दैत्य पर विजय प्राप्त कर सकता हूँ। मुझे अपनी पुरानी शक्ति याद आने लगी और मैं आगे बढ़ गया। उस मंदिर के अंदर एक सम्पूर्ण संसार बसा था, मानो एक भव्य दुनिया, परंतु सब उस दैत्य से दुखी थे।
आगे बढ़ते हुए मुझे कुछ सेना के लोग मिले। उनसे मैंने मदद मांगी, तब उनका कर्नल आ गया। मैंने और उस सेना के अधिकारी ने पूरी बात बताई। कर्नल ने मेरी मदद करने से मना कर दिया। तभी कुछ ऐसा हुआ, जिसके चलते मुझे उस कर्नल को गले लगाना पड़ा। मेरे स्पर्श से कर्नल को मेरे अंदर की शक्ति का एहसास हो गया और उनकी आँखों में आँसू आ गए। उन्होंने मेरी मदद करने का वादा किया।
कुछ ही समय बाद, वह दैत्य वहाँ पहुँच गया। कर्नल और उसकी पूरी बटालियन ने मुझे छिपा कर रखा। जैसे ही मेरे अंदर की पूरी शक्ति जागी, मैंने उस दैत्य का संहार कर दिया।
अभी प्रेजेंट मोमेंट के चेतना और समझ के अनुसार मेरे सपने का आशय
यह सपना आज, 7 अक्टूबर 2024 को सुबह 7 बजे आया, और अभी नवरात्र भी चल रहे हैं। माँ दुर्गा से मैं प्रार्थना करता हूँ कि वे मेरी आंतरिक शक्ति को जागृत करें और मुझे विजयी बनाएं। वह दैत्य मेरे जीवन में हो सकता है—चिल्लाना, किसी की टांग खींचना, हिचकिचाहट, बेहतर संवाद न कर पाना, या फिर शारीरिक और मानसिक रूप से फिट न होना। अब मैं अपने सपने की ओर तेजी से बढ़ूँगा और खुद को एक विजेता के रूप में देखूँगा।
सपने की सच्चाई क्या है, यह मुझे नहीं पता, लेकिन मैं अपनी कमजोरियों को बहुत अच्छे से जानता हूँ, और उन पर काम करके एक विजेता बनना मेरा लक्ष्य है। मेरी कुछ कमजोरियाँ इस प्रकार हैं:
- सुबह समय पर नहीं उठ पाना।
- ऑफिस पहुँचते-पहुँचते 11 से 11:30 हो जाना।
- पत्नी पर यह दोष डालना कि वह समय पर नाश्ता तैयार नहीं करती, जिससे मुझे ऑफिस जाने में देर हो जाती है, जबकि वह बार-बार कहती है कि बाहर नाश्ता कर लूँ और दोपहर का भोजन घर आकर कर लूँ, जो मैं आसानी से कर सकता हूँ।
- पार्क से लौटने के बाद फिर से सो जाना या फिर किसी अन्य काम में उलझ जाना।
- अपने व्यायाम पर पूरी तरह ध्यान न देना।
- समय पर, यानी 9 बजे तक ऑफिस न पहुँचना, जिससे शाम को घर लौटने में देर हो जाती है, लगभग 8:30 बजे।
- कुछ लक्षित कार्य, जैसे PhD, पुस्तक लेखन, और नेट की तैयारी को अपनी प्राथमिकता से हटा देना।
- अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कई शाखाओं पर काम न कर पाना।
- ऑनलाइन YouTube वीडियो कार्यशाला का प्लान होते हुए भी, दूसरों के लिए काम करना और खुद के लिए इसे नज़रअंदाज़ कर देना।
- सार्वजनिक बोलने और अंग्रेज़ी संचार को सुधारना।
- नए स्थानों पर जाने में हिचकिचाहट महसूस करना।
इन सभी बिंदुओं पर काम करके ही मैं अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकता हूँ।
और इन कमजोरियों पर काम करते हुए, मैं एक अद्भुत विजेता बन रहा हूँ। धीरे-धीरे, हर चुनौती को पार करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा हूँ, और अपने भीतर की शक्ति को पहचानते हुए सफलता की ओर अग्रसर हूँ।
समाधान – इन समस्याओं को सुधारने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव:
1. सुबह समय पर उठना:
- रात में जल्दी सोना: यह सुनिश्चित करें कि आप 7-8 घंटे की पूरी नींद लें। रात को सोने का एक निश्चित समय बनाएं और उससे चिपके रहें।
- अलार्म से पहले उठने की आदत डालें: अलार्म के बजने से पहले उठने का लक्ष्य रखें। अलार्म के साथ स्नूज़ करने से बचें।
- रात में फोन या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूरी रखें: सोने से पहले फोन और अन्य गैजेट्स से दूर रहें, ताकि मन शांत हो सके।
2. ऑफिस समय पर पहुँचने के लिए तैयारी:
- रोजाना तैयारी करें: रात में ही ऑफिस के कपड़े और ज़रूरी चीजें तैयार कर लें, ताकि सुबह समय न बर्बाद हो।
- समय प्रबंधन: हर काम के लिए एक समय सीमा निर्धारित करें, जैसे 15 मिनट नाश्ते के लिए और 20 मिनट तैयार होने के लिए।
- पत्नी को दोष न दें: नाश्ते को लेकर पत्नी को दोष न दें। यदि जरूरत हो तो बाहर नाश्ता करने का विकल्प चुनें या खुद से कुछ तैयारी कर लें।
3. पार्क से वापस आकर आलस से बचना:
- शारीरिक गतिविधि से ऊर्जा बढ़ाएँ: पार्क से लौटने के बाद थोड़ी देर के लिए योग या ध्यान करें, ताकि आप ऊर्जावान महसूस करें और दोबारा सोने से बचें।
- एक्शन प्लान बनाएं: घर लौटने के बाद तुरंत अगले काम पर ध्यान दें। एक लिस्ट बनाएं और उसे समयबद्ध तरीके से पूरा करें।
4. व्यायाम पर ध्यान देना:
- रूटीन सेट करें: अपने व्यायाम के लिए एक निश्चित समय तय करें और उसे नियमित रूप से निभाएं।
- छोटे लक्ष्य रखें: व्यायाम को छोटा और आसान बनाएं ताकि आप उसे रोज़ाना कर सकें।
- सकारात्मक दृष्टिकोण रखें: व्यायाम को मजबूरी न समझें, बल्कि उसे एक ज़रूरत और आनंद मानें।
5. लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना:
- समयबद्ध लक्ष्य बनाएं: PhD, किताब लेखन, और NET की तैयारी के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें नियमित रूप से पूरा करें।
- प्राथमिकताएं तय करें: सबसे महत्वपूर्ण काम पहले करें, ताकि बाकी कार्यों को बेहतर ढंग से संभाल सकें।
- दूसरों के बजाय अपने कार्यों पर ध्यान दें: दूसरों के काम में उलझने से पहले अपने काम को प्राथमिकता दें।
6. व्यवसाय को बढ़ाना:
- व्यवसाय योजना बनाएँ: अपनी ब्रांचेज को बढ़ाने के लिए एक सटीक योजना बनाएं और उस पर नियमित रूप से काम करें।
- नई तकनीकों को अपनाएं: डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन प्रमोशन का सही उपयोग करें ताकि आपका व्यवसाय अधिक लोगों तक पहुँच सके।
7. सार्वजनिक बोलने और अंग्रेज़ी सुधारने के लिए:
- अभ्यास करें: अंग्रेज़ी बोलने और सार्वजनिक भाषण देने का नियमित अभ्यास करें। छोटे समूहों के सामने बोलने से शुरुआत करें।
- ऑनलाइन कोर्सेज लें: इंग्लिश कम्युनिकेशन सुधारने के लिए ऑनलाइन कोर्सेज या वर्कशॉप्स का सहारा लें।
- आत्मविश्वास बढ़ाएँ: खुद पर विश्वास रखें और नए अवसरों में हिस्सा लें, भले ही थोड़ी हिचकिचाहट हो।
8. नई जगहों पर जाने की हिचकिचाहट:
- तैयारी करें: पहले से उस जगह के बारे में जानकारी प्राप्त करें, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- छोटे-छोटे कदम उठाएँ: नए स्थानों पर जाने से डरें नहीं, बल्कि इसे एक रोमांचक अवसर मानें। दोस्तों या परिवार के साथ नई जगहों पर जाएं।
9. समय पर ऑफिस पहुँचना:
- सुबह की दिनचर्या को व्यवस्थित करें: जितनी जल्दी आप तैयार होंगे, उतनी जल्दी ऑफिस पहुँच सकेंगे। सुबह के समय को अच्छी तरह से मैनेज करें।
- ऑफिस समय के महत्व को समझें: ऑफिस में समय पर पहुँचने से आपके काम में उत्पादकता बढ़ेगी, और आप शाम को भी समय पर घर लौट सकेंगे।
इन टिप्स को अपनाकर आप धीरे-धीरे अपनी समस्याओं पर काबू पा सकते हैं और अपने लक्ष्यों की ओर तेजी से बढ़ सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नियमितता और धैर्य बनाए रखें।
फ्यूचर स्कोप
हो सकता है इस सपने का भविष्या में कुछ और मकसद हो | हो सकता है की मैं पूरी दुनिया मे जाना जाने वाला एक लेखक / प्रोफेसर / बिज़नस मैन / मोटिवेशनल स्पीकर या कुछ और हो जाऊ | पर जो भी बनुँगा जबरदस्त सक्सेसफुल महानतम | वैसे मैं गौर गोपाल दास जी से काफी प्रभावित हूँ | परमात्मा मेरे शक्ति को जागृत करने में मेरी मदत कर रहे हैं |